
सनफ्लॉवर जिसे हिंदी में सूर्य मुखी कहा जाता है। भारत में बहुत ही कम किसान भाई जानते हैं की इस फूल की खेती कर के किसान भाई हजारो, लाखों रुपया की कमाई कर सकते हैं। सूर्य मुखी का इस्तेमाल आज कई तरह के क्षेत्र जैसे तेल निकलने में, जानवरों को खाने में, मेडिसिन में और यहाँ तक ब्यूटी और स्किन केयर में भी सूर्य मुखी का इस्तेमाल होता है। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको यही बताएंगे की कैसे आप सूर्य मुखी की खेती कर सकते हैं और फिर कैसे आप इस से पैसे कमा सकते हैं।
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सूर्य मुखी की खेती के लिए क्लाइमेट कैसा चाहिए?
सूर्य मुखी की खेती के लिए अगर क्लाइमेट की बात की जाए तो इसका क्लाइमेट ऐसा चाहिए जहाँ हमेसा धुप रहती है। जैसा की आप इसके नाम से जानते हैं की इसका नाम सूर्य मुखी है, तो इस फूल के लिए सूर्य की रौशनी बहुत ही जरुरी है। इस फूल की की खेती नार्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, यूरोप, एशिया और अफ्रीका में किया जाता है। भारत में अगर सूर्य मुखी की खेती की बात की जाये तो, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिल नाडु और गुजरात में इसकी खेती की जाती है।
सूर्य मुखी की खेती खेती कैसे की जाती है?
सूर्य मुखी की खेती के लिए तापमान गर्म होना चाहिए, इसलिए इस फूल की खेती से उत्पादन गर्मी के सीजन में सबसे ज्यादा होती है। अगर सूर्य मुखी की खेती से उत्पादन का सबसे अच्छा समय की बात की जाये तो वो जून और जुलाई है। भारत में इसके कई प्रकार के बीज जैसे KBSH-44, Morden, PAC 36, PAC 1621, और Surya नाम के बीज से आप सूर्य मुखी की खेती की शुरुवात कर सकते हैं। वही अगर मिटटी की पीएच के मान की बात की जाये तो इसका मिटटी का पीएच 6.5 से लेकर 7.5 रहना चाहिए।
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