
प्याज की खेती कैसे करें, प्याज की खेती से कितना प्रॉफिट होता है?: प्याज का जिन पांच देस में सबसे ज्यादा उत्पादन होता है वे इस प्रकार है चीन, भारत, ईरान, अमेरिका, इजिप्ट। उताप्दन की दृष्टि से भारत दूसर स्थान पर आता है। भारत में जिन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा उत्पादन होता है वे इस प्रकार है । माहाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, मध्यप्रदेश और बिहार। इन सभी बाते से दो बाटे स्पस्ट होती है। पहली भारत में प्याज की खेती बड़े स्तर पर होती है। दूसरी किसान भाइयो के लिए प्याज की खेती आमदनी के एक बड़ा श्रोत है। प्याज की फसल किसान भाइयो के लिए फायदे का सौदा है या नहीं जानेंगे इस लेख में आगे।
नमस्कार किसान भाइयो स्वागत है आपका एक बार फिर से हमारे वेबसाइट जहाँ हम लोग देते हैं आपको खेती और फसल की जानकारी। हम इस लेख में एक एकड़ प्याज की खेती का सम्पूर्ण विश्लेषण इन पांच पॉइंट्स के आधार पर करेंगे। पहला लागत, दूसरा उत्पादन, तीसरा समय, चौथा आमदनी और पांचमा मुनाफा कितना हुआ। इसके साथ इस लेख के अंत में जानेंगे की हम प्याज की फसल से मिलने वाले उत्पादन कीस तरह से बढ़ा सकते हैं। अब ये तरीके कौन से हैं जानेंगे इस लेख में आगे।
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एक एकड़ प्याज की खेती में कितनी लागत आती है?
एक एकड़ के लिए प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए खरीफ के सीजन में बीज की मात्रा लगेगी 4 किलो। व् एलोरा गुलाबी की एक किलो पैकेट की कीमत 2100 रूपये लगेगी। तो हमे कुल चार पैकेट की आवश्यकता होगी तो इस तरह हमारा एक एकड़ प्याज की खेती में खरीफ के सीजन में बीज का खर्च आएगा 8,400 रूपये। वही रवि के सीजन में बीज की मात्रा लगेगी तीन किलो। व् सेमिन्स गुलमोहर की एक किलो की पैकेट की कीमत 2110 रूपये लगेगी। हमे कुल तीन पैकेट लगेगी।
इस तरह हमारा एक एकड़ प्याज की खेती के लिए रवि के सीजन में बीज का खर्च आएगा 6330 रूपये। यानी की रवि के सीजन में बीज का खर्च कम आएगा, खरीफ सीजन की तुलना में। क्यूंकि खरीफ के सीजन में हमे बीज की मात्रा ज्यादा लगेगी। हमने सेमिन्स गुलमोहर के बीजो का चुनाव किया है रवि के सीजन में। प्याज की नर्सरी 45 से 50 दिनों में ट्रंसपालनिंग के लिए तैयार हो जाती है।
ट्रांसप्लांटिंग के लिए हमे लेबर की जरूरत लगती है, जिसका हमारा खर्च आएगा 10,000 रूपये। खेत की तैयारी का हमारा खर्च आएगा 4000 रूपये। प्याज की खेती में हमे दो से तीन बार खरपतवार नाशक दवाई हमे डालना पड़ता है। जिसका हमारा खर्च आएगा 1800 रूपये। अगर आप लेबर की सहायता से खरपतवार निकलते हैं, तो आपकी यह लागत 6000 रूपये से लेकर 10000 रूपये की बिच में आएगी।
प्याज की फसल में फंगस जनित रोज जैसे लीफलाइट, कर्ली स्पॉट, डॉनी मेलोडी, ब्लैकमैल और रस्ट लगता है। इन फंगस जनित रोगो से हमारे फसल को बचाने के लिए हम फंगीसाइड का छिड़काव करेंगे। जिसका हमारा खर्च आएगा 2,250 रुपया। तथा किट में माई किट, अनियन मेगा जैसे कीटों का भी अटैक देखने को मिलता है। इस किट से फसल की रक्षा के लिए हम पेस्टीसाइड का छिड़काव करेंगे, जिसका हमारा खर्च आएगा 2100 रूपये।
हार्वेस्टिंग के लिए हमे लेबर की जरूरत लगेगी, जिसका हमारा खर्च आयेगा 16000 रुपया। व् खेती से मंडी तक जाने का ट्रांसपोर्ट खर्च आएगा 4000 रूपये। रासयनिक व् जैविक खाद का हमारा खर्च आयेगा 8500 रूपये। इन सभी खर्च को जोड़कर एक एकड़ प्याज की खेती में हमारा खर्च (लागत) आएगा 54,980 रूपये। प्याज की फसल में आपसी लागत अगर आप खरपतवार नाशक दवाई की जगह लेबर की सहायता से खरपतवार निकालते हैं, तो आपकी यह लगत 60000 रूपये लेकर 62000 रूपये की बिच में आएगी।
एक एकड़ प्याज की खेती से कितना उत्पादन होता है?
लागत निकालने के बाद आते हैं हम हमरे दूसरे पॉइंट उतपादन पर। प्याज की फसल से मिलने वाला उत्पादन इस बात पर निर्भर करता है की आपने कौन सी किस्म के बीजो का चुनाव किया है, आपने किस मौषम में प्याज की खेती की है। और आपकी फसल में सारी जरुरी नुट्रिएंट्स मिलती है। अगर अपने सही समय पर प्याज के बीजो की बुवाई की है, व् आपने उचित किस्म के बीजो का चुनाव किया है, व् जरुरी नुट्रिएंट्स।
तो एक एकड़ प्याज की खेती से आप 150 क्विंटल से लेकर 200 क्विंटल तक का उताप्दन ले सकते हैं। हम न्यूनतम 150 क्विंटल उत्पादन लेते हैं। यानी की एक एकड़ प्याज की खेती से हमारा उत्पादन हुआ 150 क्विंटल। पर कई राज्यों में प्याज की फसल से मिलने वाला उत्पादन 100 क्विंटल से 120 क्विंटल भी रहता है। पर जब आप पुरे भारत की बात करते हैं तो एकड़ की खेती से किसान भाई 150 क्विंटल का उत्पादन बड़े ही आसानी से ले लेते हैं। इसलिए हमने 150 क्विंटल माना है।
एक एकड़ प्याज की खेती में कितना समय लगता है?
लागत, उत्पादन के बाद आते हैं हम हमारे तीसरे पॉइंट्स समय पर। प्याज की खेती का सही समय क्या है और प्याज की खेती का समय साइकिल क्या है। प्याज की खेती आप रवि और खरीफ दोनों ही सीजन में कर सकते हैं।
खरीफ के सीजन में प्याज की नर्सरी तैयार करने का सबसे उपयुक्त समय मई और जून का महीना है। व् रवि के सीजन में आप सितम्बर और अक्टूबर के महीने में प्याज की नर्सरी तैयार कर सकते हैं।
इसके अलावा आप दिसंबर के महीने में प्याज की नर्सरी लगा सकते हैं। हमने खुद दिसंबर के महीने में प्याज क नर्सरी लगाईं और हमने जनवरी के महीने में प्याज के पौधो का ट्रांसप्लांट किया। अभी हमारी फसल हार्वेस्टिंग के लिए तैयार है। और आठ से 10 दिन में हम फसल की हार्वेस्टिंग कर लेंगे।
प्याज की नर्सरी ट्रांसप्लांटिंग के लिए 45 से 50 दिनों में तैयार हो जाता है। ट्रांसप्लांटिंग के बाद 90 से 100 दिन ज्यादातर प्याज की वैरायटी हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाती है। यानी की प्याज की फसल की समय साइकिल 3 महीने से लेकर 4 महीने के बिच में रहेगी।
एक एकड़ प्याज की खेती से कितनी आमदनी होती है?
लागत, उत्पादन, समय के बाद आते हैं हम हमारे चौथे पॉइंट आमदनी पर। पीछले दो सालो से किसान भाइयो को प्याज की फसल का मंडी थोक भाव 12 रूपये किलो से भी कम मिलता है। और कई बार तो किसान भाइयों को 4 रूपये किलो के आस – पास मंडी में थोक भाव मिला है। जीस कारन से किसान भाइयो को प्याज का मंडी थोक भाव काफी कम देखने को मिला है।
पर इस साल किसान भाइयो को प्याज का अच्छा मंडी थोक भाव मिलने की उम्मीद है। क्यूंकि बेमौशम की बारिश और ओलावृष्टि से ज्यादातर किसान भाइयो की प्याज की फसल बर्बाद हुई। जिस कारण हो सकता है की इस साल आपको प्याज की फसल का मंडी थोक भाव काफी अच्छा देखने को मिले, लेकिन बारिश के सीजन के बाद।
पर इस लेख में हम पिछले दो सालो का एवरेज मिला कर 8 रूपये किलो ही लेते हैं। हमारा उत्पादन हुआ था 150 क्विंटल और एक क्विंटल में 100 किलो होता है। और हमने एक किलो प्याज का मूल्य लिया है 8 रूपये किलो। तो फिर इस तरह हमारी कुल आमदनी हुई 1,20,000 रूपये।
यानी की एक एकड़ प्याज की खेती से हमारी आमदनी हुई एक लाख बिस हजार रूपये। इतनी प्याज की फसल से मिलने वाली आमदनी आपको तब मिलेगी जब आप प्याज की फसल से 150 क्विंटल का उत्पादन लेते हैं। क्यूंकि प्याज की फसल का हमे काफी बार मंडी थोक भाव काफी कम देखने को मिलता है। अब हम हमारे पाँचमे पॉइंट्स पर आते हैं प्रॉफिट कितना हुआ।
एक एकड़ प्याज की खेती से कितना प्रॉफिट होता है?
प्रॉफिट निकालने के लिए हम सिंपल कुल आमदनी में से लागत को घटा देंगे। तो जो आकड़ा हमे मिलेगा वह हमारा प्रॉफिट रहेगा। हमारी आमदनी हुई थी 120000 रूपये और हमारी लागत आई थी 54980 रूपये इस तरह हमारा प्रॉफिट हुआ 65020 रूपये। अगर आपका उत्पादन 100 क्विंटल होता तो आपकी आमदनी होती 80000 रूपये। इस तरह से आपको प्रॉफिट मिलता 25020 रूपये। यानी की प्याज की फसल से अच्छा प्रॉफिट निकालने के लिए आपका अच्छा उत्पादन का होना काफी ज्यादा जरुरी है।
अच्छा उत्पादन लेने के लिए आप धान व् गेहूं जो फ्राली आती है उसे मल्चिंग के तरह जरूर उपयोग करें। इस तरह से आपका उत्पादन भी बढ़ेगा और जो आपका लेबर का खर्च आएगा निंदाई और गुड़ाई का वह भी नहीं आएगा और जब आप खरपतवार नाशक दवाई का उपयोग नहीं करेंगे तो आपके प्याज की फसल से मिलने वाले उत्पादन में भी वृद्धि होगी। और जैसे ही आप प्याज की फसल से अच्छा उत्पादन लेंगे तो अगर आपको मंडी में भाव कम देखने को मिलता है फिर भी आप प्याज की फसल से अच्छी आमदनी निकाल लेंगे।
तो दोस्तों इस लेख के माध्यम से हमने जाना की एक एकड़ प्याज की खेती से हमारी कितनी लागत आती है, कितना समय लगता है, और हमारी कितनी आमदनी होती है। तो इस लेख में दी गयी जानकरी अगर आपको अच्छी लगी है तो वीडियो को ज्यादा से ज्यादा लोगो तक शेयर करें। और आपका कोई भी सवाल है तो आप हमे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हमारा यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद किसान भाइयो। जय जवान जय किसान।
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