
पॉली हाउस के अंदर छाया के लिए शेड नेट लगवाना जरूरी है, जो ऐसा हो कि उसे लगाया या हटाया जा सके ताकि धूप की प्रचूरता या कमी के वक्त इसे काम में लिया जा सके। इन्सेक्ट नेट भी लगवाया जाता है ताकि कीड़े मकौड़े अंदर न आएं। ध्यान रखना होता है कि अंदर कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा अच्छी बनी रहे। इससे पौधों का विकास तेजी से होता है। पॉली हाउस के अंदर ऐसा सपोर्ट होना चाहिए, जिससे रस्सियां या धागे बांधकर लताओं वाली सब्जियों और पौधों को सहारा दिया जा सके, ताकि वह ऊपर की तरफ बढ़े।
पाली हाउस बनावाने में कितना खर्च लगता है?
फाइनली जरूरत के हिसाब से गेट लगाया जाता है, जो पुल पुश या स्लाइडर हो सकता है। अंदर सिंचाई के भी जरूरी इंतजाम होने चाहिए ताकि पौधों को पानी की कमी ना हो। कई मॉर्डन ग्रीन हाउस या पॉली हाउस में एयर वेंटिलेशन के लिए बड़े बड़े पंखे, ऑटोमैटिक वॉटर सप्लाई जैसे पानी का छिड़काव या बहाव का इंतजाम रहता है। स्ट्रक्चर जितना मजबूत और आधुनिक होगा, लागत उसी हिसाब से बढ़ती जाएगी। अगर बांस से एक बेसिक स्ट्रक्चर बनाकर पॉली हाउस बनाया जाए तो 20 से 25000 या उससे ज्यादा का खर्चा आएगा।
मॉडर्न पॉली हाउस बनवाने में कितना खर्च लगता है?
अगर आप किसी प्रोफेशनल कंपनी से मॉडर्न पॉली हाउस बनवाते हैं तो खर्चा लाखों तक जा सकता है। सारी चीजें साइज, शेप, क्वॉलिटी और फैसिलिटी पर निर्भर करेंगी। पॉली हाउस का जो फ्रेम होता है, वह लगभग 15 से 20 साल तक आराम से टिक जाता है और जो पॉली होती है, उसकी ड्यूरेबिलिटी दो ढाई साल तक की होती है। यह क्वॉलिटी पर भी डिपेंड करता है कि आपने कैसी गुणवत्ता चुनी है। पॉली हाउस में इस्तेमाल होने वाले खाद की बात करें तो पॉली हाउस के अंदर जरूरत के हिसाब से पेस्टीसाइड्स, गोबर या खाद, दूसरे ऑर्गेनिक खाद भी इस्तेमाल होते हैं, क्योंकि पॉली हाउस के अंदर कीट पतंगों से सुरक्षा मिलती है, इसलिए पेस्टिसाइड्स कम ही इस्तेमाल होते हैं।
इसे भी पढ़ें।