मुंग की खेती कब और कैसे करें, सम्पूर्ण जानकारी। 

कुछ ही दिनों में गेहूं और सरसों की फसल हार्वेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगी। गेहूं और सरसों की हार्वेस्टिंग के बाद परंपरागत खेती करने वाले किसान अक्सर अपने खेत पानी की कमी के चलते खाली छोड़ देते हैं। इस कारण मार्च के महीने से लेकर नवंबर के महीने तक इन किसान भाईयों के पास आमदनी का कोई भी स्रोत नहीं होता।  लेकिन अगर आप गेहूं और सरसों की फसल की कटाई के बाद जायद के सीजन यानि की गर्मी के सीजन में भी अच्छी आमदनी लेना चाहते हैं तो आप गेहूं और सरसों की कटाई के बाद में मूंग की खेती कर एक अच्छी आमदनी ले सकते हैं। 

इससे आपका खेत भी खाली नहीं रहेगा और आमदनी भी अच्छी होगी। मूंग की खेती किस तरह से करें जानेंगे इस लेख में आगे। नमस्कार किसान भाई स्वागत है आपका एक बार फिर से हमारा वेबसाइट किसान हेल्प में। आज हम इस लेख में जानेंगे कि जायद के सीजन में मूंग की खेती करने का सही तरीका क्या है? हम इस लेख में मुख्यता इन पाँच पॉइंट्स पर बात करेंगे। नंबर पर मूंग की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी, नंबर टू बीज बुआई का सही समय, नंबर तीन मुंग की फसल अच्छा उत्पादन लेने के कोनसे बीज का चुनाव करें। नंबर चार खेत की तैयारी व बीज बुआई का सही तरीका। नंबर पाँच  प्रबंधन और सिंचाई। 

पहले पॉइंट पर आने से पहले अगर आपने अभी तक इस लेख को शेयर नहीं किया तो इस लेख को शेयर करें। हम इस लेख को 1000 का व्यू का टारगेट लेकर चलेंगे तो फटाफट से शेयर करके टारगेट को कंप्लीट करें और अगर आप हमारे ब्लॉग पर नए आए हैं तो इसे सब्सक्राइब अवश्य करें। 

मूंग की खेती के लिए कौन सी मिट्टी सर्वोत्तम है? 

अब आते हैं हमारे पहले पॉइंट पर मूंग की खेती के लिए कौन सी मिट्टी सर्वोत्तम है? मूंग की खेती आप हर तरह की मिट्टी में कर सकते हैं। फिर चाहे आपके खेत की मिट्टी, काली मिट्टी, बलुई मिट्टी, दोमट मिट्टी, रेतीली मिट्टी या फिर लाल मिटटी ही क्यों न हो। हर तरह की मिट्टी में मूंग की खेती कर सकते हैं। सिर्फ आपके खेत की मिट्टी में सारे जरूरी पोषक तत्व मौजूद होने चाहिए। 

मुंग की खेती के लिए बीज बुवाई का सही समय क्या है?

मिट्टी के बाद सवाल आते है मूंग के बीजों की बुवाई का सही समय क्या है? तो इसके लिए आते हमारे दूसरे पॉइंट पर। जायद के सीजन मूंग के बीजों की बुवाई का सही समय क्या है? वैसे तो हम मूली के बीजों की बुआई दो सीजन में कर सकते हैं। खरीफ और जायद। जायद के सीजन में मुंग के बीजों की बुवाई का सबसे उपयुक्त समय 1 मार्च से 30 मार्च तक आप इस महीने के बिच में मुंग में मुंग के बीजों की बुवाई अपने खेत में कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपके एरिया में जुलाई के महीने में मानसून दस्तक देता है तो आप मुंग के बीजों की बुआई अप्रैल के फर्स्ट वीक तक कर सकते हैं। 

मुंग की उन्नत किस्म कौन सी है?

अब आते हमारे तीसरे और सबसे महत्वूपर्ण मूंग की फसल अच्छा उत्पादन लेने के लिए हम कौन से बीज का चुनाव करें। मूंग की फसल से अच्छी आमदनी लेने के लिए सबसे जरुरी अच्छे उत्पादन का होना। और अच्छे उत्पादन के लिए सबसे जरुरी है कि आप उन्नत किस्म के बीजों का चुनाव करें। इसलिए आप मूंग के लिए स्टार एग्री सीड्स की ओर से आने वाली स्टार 444 वेराइटी का चुनाव कर सकते हैं। स्टार 444 की कुछ खास विशेषताएँ इस प्रकार है। मूंग की फसल में लगने वाले रोगों के प्रति प्रतिरोधी गुण रखती है। साथ ही साथ इसमें पीलापन

की समस्या बहुत ही कम देखने को मिलती है क्योंकि यह यलो मोजेक वायरस के प्रति प्रतिरोधी गुण रखती है। इसके साथ ही अधिक सूतक और ज्यादा बढ़वार के साथ ज्यादा फूल और लंबी फलिया आती है। एक मिली में आपको 12 से 13 दाने दिखाई देंगे। 

इसके अलावा स्टार 444 वेराइटी के दाने ज्यादा प्रोटीन होता है। दाने चमकदार और सुडोल होते हैं। जिस कारण उत्पादन और मुनाफा दोनों ही अच्छा देखने को मिलता है। मुंह की वेराइटी स्टार 444 के बारे में ओर अधिक जानकारी और खरीदने के लिए आप कॉल करे – +919787053795

मुंग की खेती के लिए खेती की तैयारी और बीज बुवाई का सही समय क्या है?

अब आते हमारे चौथे पॉइंट पर खेत की तैयारी व बीज बुआई का सही तरीका क्या है? गेहूं व सरसों की फसल कटाई के बाद वे सबसे पहले एक बार गहरी जुताई कर दें, और गेहूं व सरसों की फसल के अवशेष को मिटाने के लिए आप एक बार खेत में रोटावेटर चलाएं। रोटावेटर चलाने से न सिर्फ फसल के अवशेष समाप्त होंगे बल्कि हमारी मिट्टी भुरभुरी भी होगी। मूंग की फसल अच्छा उत्पादन लेने के लिए आप मुंग की दो लाइन के बीच की दूरी 25 से 30 सेंटीमीटर रखीये और एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच की दूरी 10 सेंटीमीटर रखिये। 

एक एकड़  मैं अगर आप मुंग की खेती करते हैं तो आपके बीज की मात्रा लगेगी। 6 से 8क्विंटल व् स्टार 444 वेराइटी के बीज उपचारित होते तो इन्हें उपचारित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बीज बुवाई के 4 से 8 घंटे के अंदर अंदर आप Pendamethalin 30% ec खरपतवार नाशक का उपयोग कर सकते हैं। इसमें आप Pendamethalin 30% ec  200 लीटर के पानी में लेकर स्प्रे कर दें। इस तरह से आप खरपतवार का नियंत्रण कर सकते हैं। अब सवाल आता है कि हम खाद, प्रबंध और सिंचाई किस तरह करें। 

खाद प्रबंधन में आप बीज बुवाई के समय डीएपी 25 केजी और सल्फर चार केजी को पर एकड़ के हिसाब से डालें। मूंग की फसल में हमें 3 से 4 सिंचाई लगती है तो आप 3 से 4 सिंचाई में मूंग की फसल ले सकते हैं। अब जानते हैं कि अगर एक एकड़ में मूंग की खेती कर रहे हैं तो इसमें हमारा कितना खर्चा आएगा। एक एकड़ मूंग की खेती में बीज का खर्च आएगा 1500 से 2 हज़ार रुपए। खेत की तैयारी का हमारा खर्चा आएगा ₹4,000 रुपया। रासायनिक खाद व उर्वरक का हमारा खर्चा 1000 से 1200 रुपया। 

खेत से मंडी तक का ट्रांसपोर्ट चार्ज आएगा पाँच सौ रूपये। मूंग की फसल बीज बुवाई के लिए हमें सीड्रिल की आवश्यकता लगेगी, जिसका हमारा खर्च आएगा 500रुपया। स्प्रे का खर्च आया 1500 रुपया। इसमें हमारा खरपतवार नाशक का खर्च भीइन्क्लुड है। हार्वेस्टिंग के लिए हमें हार्वेस्टर की जरूरत लगेगी, जिसका हमारा खर्च आया 1500 रुपया।  इस तरह एक एकड़ मूंग की खेती में हमारी लागत आएगी 10000 से 12000 रुपए की बिच। 

यानि की आप 10 से 12000 रुपए के बीच में एक एकड़ में मूंग की फसल लगा सकते हैं  जिससे आप 20 से 25000 रुपए का प्रॉफिट बड़ी आसानी से ले सकते हैं। वह भी अपने खाली पड़े जमींन में। तो अगर आप भी जायद के सीजन में मूंग की फसल से अच्छी आमदनी लेना चाहते और अच्छा उत्पादन लेना चाहते हैं तो आप स्टार एग्री सीड की ओर से आने वाले सीड्स स्टार 444 वेरायटी का चुनाव करके अच्छी आमदनी ले सकते हैं। इस लेख में दी गई जानकारी अगर अच्छी लगे तो वेबसाइट को शेयर और सब्सक्राइब करें और ऐसे इंटरेस्टिंग लेख पाने के लिए  हमारे ब्लॉग पर आते रहिये। मूंग की फसल से जुड़े अगर आपके कोई भी सवाल तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं धन्यवाद किसान भाईयों। जय जवान जय किसान।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top