
तो दोस्तों जैसा कि आप लोग को पता है किसमिस हमारे सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है और यह हर जगह उपलब्ध होता है। और किशमिश की खेती हर कोई नहीं करता, जैसा कि आपको पता है किशमिश की खेती अंगूर से की जाती है। किशमिश खाने से मैं बहुत फायदे भी हैं जैसे वह आयरन की कमी को पूरा करता है हमारे हड्डियों और दातों को मजबूत बनाता है। इससे हमारे आंखों के लिए भी लाभदायक होता है और हृदय रोग के लिए भी लाभदायक होता है। किशमिश हमारे वजन को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।
तो आज हम इस लेख में हम जानेंगे कि हम कैसे अंगूर से किशमिश बनाते हैं, इसमें लागत कम और मुनाफा ज्यादा है।मौसम अनुकूल हो तो 12 से 15 दिन में अंगूर को किसमिस में बदल सकते हैं। इसमें सफलता मिलती है तो ₹300 किलो तक अंगूर से बनी किशमिश को बेचकर कमाई कर सकते हैं। हालांकि अनुकूल मौसम के साथ एक खास विधि अपनाई जाती है जिसका नाम है ड्राई ऑन वाइन विधि। इस विधि से कोई भी किसान ताजे अंगूर को किसमिस में बदल सकता है।
इस विधि से अंगूर को किसमिस में बदले।
अंगूर से किशमिश बनाने के लिए 1 लीटर पानी में 15 मिलीलीटर इथाइल ऑलिअत और 25 ग्राम पोटेशियम कार्बोनेट मिलाया जाता है। इस पानी को अंगूर के गुच्छा पर छिड़का जाता है। 1 एकड़ खेत में अंगूर की खेती की हो तो डेढ़ सौ लीटर पानी में 2.25 लीटर इथाइल ऑलिअत और 3.75 किलो पोटैशियम कार्बोनेट का मिश्रण तैयार किया जाता है। दो तीन दिन बाद इस मिश्रण का फिर से छिड़काव किया जाता है। लेकिन दूसरी बार छिड़काव करें तो पानी में कम केमिकल मिलाऐ। जैसे कि तेल 100 लीटर पानी के साथ 1.65 लीटर इथाइल ऑलिअत और 2.70 किलो पोटेशियम कार्बोनेट मिलाकर मिश्रण बना और गुच्छा पर छिड़काव करें।
ऐसे केमिकल होता है इस्तेमाल।
अंगूर पर इथाइल ऑलिअत और पोटैशियम कार्बोनेट के छिड़काव करने से 12-14 दिनों में अंगूर से 16% तक नमी निकल जाती है और वह किसमिस में बदल जाता है। यानी कि 12-14 दिन में अंगूर की फसल को काटकर किसमिस के रूप में उसे बेच सकते हैं। इसकी दर ₹250 से ₹300 प्रति किलो तक हो सकती है। जबकि किसमिस न बनाकर अंगूर बेचे तो आधी कमाई भी नहीं होगी। बाजार में अंगूर सो डेड सो रुपए किलो खुदरा में मिलता है। इसका मतलब हुआ कि थोक में काफी कम रेट पर व्यापारी उठाते होंगे। किसमिस के साथ ऐसा नहीं होता।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा उत्पादन।
अगर अंगूर की बात की जाए तो महाराष्ट्र में इसकी उत्पादन बहुत ज्यादा होती है। और अंगूर से ही तो किसमिस बनती है। देश का 81% तक अंगूर महाराष्ट्र में पैदा होता है। लॉकडाउन के चलते किसानों का भारी घाटा हुआ था लेकिन अब वह उसकी भरपाई किशमिश से कर रहे हैं। ऐसे में आप महारास्ट में हो या फिर किसी भी जगह पर हो, अगर आप खेती से मुनाफा कमाने चाहते हैं तो आप किसमिस की खेती जरूर से करने के बारे में विचार करें। अगर आपको किसमिस की खेती से मुनाफा कमाना है और इसके बारे में कुछ भी जानना है तो आप हमे कमेंट कर के जरूर बताये।
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