
भारत भर में उगाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण हरी सब्जी है खीरा। खीरे के पौधे में चढ़ाई का आदत होता है। खीरे का उपयोग हम लोग आमतौर पर रोज के जिंदगी में करते हैं। हीरे को हम लोग सलाद के रूप में नमक या बिना नमक के खाते हैं। इसका इस्तेमाल रोज के खाने पकाने में भी किया जाता है। खीरे के बीजों का उपयोग तेल निकालने में किया जाता है।
भारत में खीरा की स्थानीय नाम।
- कमल ककड़ी (हिंदी),
- कक्करू (मलयालम),
- काकडी- (मरैही),
- खीरा/कीरा (तेलुगु),
- चौवारिक्काई (तमिल)।
भारत में उगाई जाने वाली खीरो का किस्में।
- जापानी लंबा हरा।
- पॉइन्सेटिया
- सीधे आठ।
खीरा की खेती करने के लिए कैसा मौसम चाहिए?
खीरा की खेती के लिए मध्यम गर्म तापमान का जरूरत होता है। इसकी खेती 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर 24 डिग्री सेल्सियस के बीच में सबसे अच्छे तरीके से होती है। यह ठंड के मौसम में नहीं उगती है।
खीरा की खेती के लिए अच्छा मीठी कौन सी है।
खीरे की खेती रेतीली दोमट वाली मिट्टी में अच्छी तरीके से की जाती है। साथ ही इसमें अच्छे जल निकास उपाय करना होता है। मिट्टी को और भी ज्यादा उपजाऊ करने के लिए आप इसमें जैविक खाद को शामिल कर सकते हैं। अच्छे मिट्टी के रूप में इसका पीएच 5.5 से लेकर 6.7 के बीच होना चाहिए।
खीरे की खेती के लिए जमीन को कैसे तैयार करें।
हमें सबसे पहले जमीन की अच्छी तरीके से जुताई करनी चाहिए। बीजों को बुवाई करने से पहले इसकी चार बार जुताई करें। जुताई करने के बाद 1.5 मीटर की दूरी पर लंबी नहारें बनाएं।
खीरे की खेती के लिए अच्छा समय और बीज दर क्या है।
खीरे की खेती गर्मी के महीने में अच्छे तरीके से की जाती है। खीरे की खेती के लिए आपको उसको रोपने का सबसे अच्छा समय जून महीने जनवरी महीने से अप्रैल तक होता है। एक हेक्टेयर जमीन में आपको कम से कम 3 किलो खीरे के बीज का जरूरत पड़ सकता है।
खीरे की खेती में बीच का बुवाई कैसे करें।

खीरे के बीज को 1.5 मीटर से 2.5 मीटर के पंक्ति से पंक्ति दूर रखा जाता है, साथ में डिबलिंग की विधि से 60 सेंटीमीटर से 90 सेंटीमीटर की दूरी पर बोया जाता है। जमीन के अंदर गड्ढे कर के बीज को रखा जाता है। एक गड्ढे में दो या तीन बीच रख सकते हैं।
खीरे की खेती में खाद एवं उर्वरक का उपयोग।
मिट्टी को तैयार करते समय उसमें 40 से 50 कार्ड लोड अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाई जानी चाहिए। 25 किग्रा पो./हेक्टेयर 50 किग्रा. न., ½ नत्रजन तथा पूरा फास्फोरस खीरे के बीज बोते समय तथा शेष आधा नत्रजन बीज बोने के 30 दिन बाद देना चाहिए।
खीरा की खेती में सिंचाई कैसे करें।
खीरा की खेती मैं सिंचाई करने के लिए सबसे अच्छा तरीका डीप इरीगेशन होता है। मुख्य और उप-मुख्य पाइपों के साथ एक ड्रिप सिंचाई प्रणाली स्थापित करें और इनलाइन पार्श्व ट्यूबों को 1.5 मीटर के अंतराल पर रखें। 4 एलपीएच और 3.5 एलपीएच क्षमता के साथ क्रमशः 60 सेमी और 50 सेमी के अंतराल पर पार्श्व ट्यूबों में ड्रिपर्स रखें। गर्मी के मौसम में फसल में नमी बनाए रखने के लिए यह सिंचाई करने का उपाय अच्छा साबित होता है।
खीरे की खेती में खरपतवार नियंत्रण कैसे करें।
खरपतवार नियंत्रण करने के लिए खीरे की खेती में शाकानासियों का उपयोग किया जा सकता है। साथी इस के प्रारंभिक अवस्था में उठा ली खेती की जा सकती है जिससे इसमें खरपतवार पर नियंत्रण ला सकते हैं।
खीरे की खेती में कीट और रोग को दूर कैसे करें।
खीरे की खेती में मुख्य रोग मृदुरोमिल फफूंदी है और इसे मैनकोजेब या क्लोरोथालोनिल का इस्तेमाल करके रोका जा सकता है। मैनकोजेब या क्लोरोथालोनिल को हमें 1 लीटर पानी में 2 ग्राम घोलकर 12 दिनों के अंतराल में खेतों में जीता जाता है। खीरे की खेती में कीट की बात की जाए तो फल मक्खी मुख्य कीट होते हैं। इसे नियंत्रित में लाने के लिए हमें प्रभावित हीरो के पत्तों को तोड़कर हटा देना चाहिए और साथ ही नीम के तेल को इसके पत्तों पर छिड़काव करके कीट से बचा जा सकता है।
खीरे की खेती में आप कितना उपजा सकते हैं।

अगर आपके पास एक हेक्टेयर जमीन है, तो आप इसकी खेती करके अच्छा खासा खीरा उप जा सकते हैं। एक हेक्टेयर में 80 कट्ठा का लगभग जमीन होता है। एक हेक्टेयर में कम से कम 8 से 10 टन खीरा की खेती की जा सकती है।
खीरे की खेती में कटाई कब करें।
खीरे की खेती में इसकी बुवाई करने के बाद 40 से 45 दिनों के बाद इसकी कटाई की जा सकती है। इसमें आप कम से कम 8 से 10 फसल ले सकते हैं। खीरे की बेहतर गुण में रखने के लिए खीरे को सही समय में तोरणा अधिक महत्वपूर्ण है।
खीरे की खेती करके आप इसे कहां बेचे।
खीरे की मांग दुकान और छोटे-मोटे सब्जी मंडी में अधिक होती है। हीरा का उपयोग हर घर में या शादी में किया जाता है। आप खीरे की खेती करके, उपाध्याय हुए कीड़ों को ट्रक के माध्यम से छोटे सब्जी मार्केट में जाकर बेच सकते हैं। साथ ही आप इसे बड़े-बड़े गोडाउन को भी भेज सकते हैं। सरकार भी बड़े मात्राओं में अनाज को लेता है, जहां आप इसे अच्छे दाम पर बेचकर पैसे कमा सकते हैं।
निष्कर्ष:
दोस्तों, ऊपर दिए हुए लेख में हम आपको खीरे की खेती से संबंधित सारी जानकारी के बारे में बताएं हैं। अगर आपके मन से इससे संबंधित और भी प्रश्न है तो हम एक कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। साथ ही अगर आपको अन्य फलों या सब्जियों के खेती करने के बारे में जानना है तो हमारे वेबसाइट पर जरूर आए। आशा करता हूं कि यह लेख आपके लिए उपयोगिता साबित हुआ होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए धन्यवाद।