
अपने खेत को आवारा पशुओं से बचाने के लिए हम अपने खेत में तार फेंसिंग करते हैं। तार फेंसिंग कई तरह की होती है, जैसे पाप द वायर फेंसिंग, चैनलिंग फेंसिंग, क्लच वायर फेसिंग, सोलर फेंसिंग, सिस्टम इलेक्ट्रिक फेंसिंग इत्यादि। आज के इस लेख में हम जानेंगे की एक एकड़ के खेत में दो वायर फेंसिंग करने हमारी कितनी लागत आती है।
खेत की लम्बाई कैसे निकालें?
हम सबसे पहले अपने एक एकड़ के खेत की परिधि निकालेंगे। हम एग्जाम्पल के लिए हमारे खेत की लम्बाई 540 फीट व चौड़ाई 80 फीट लेते हैं। इस तरह हमारे एक एकड़ के खेत की परिधी आएगी 12 हज़ार रूपये। आप सबसे पहले अपने खेत के चार कोनों में से किसी भी एक कोने पर जाएँ ओर एक कोने से दूसरे कोने की लंबाई निकालिए। दूसरे कोने से तीसरे कोने की लम्बाई निकालिए। और फिर तीसरे कोने से चौथे कोने की लम्बाई निकालीये।
जाली लगवाने के लिए क्या समाग्री लगेगी?
और फिर अंत इन चारों कोनो की लम्बाई को आपस में जोड़ दें। आप खुद इस तरह से अपने खेत की परिधि निकाल सकते हैं। अपने खेत की परिधि निकालने के बाद। अब आते हमारे दुसरे पोल चैनलिंग फेंसिंग कराने की हमें क्या क्या मटेरियल लगेगे। चैनलिंग फेंसिंग सिस्टम कराने की हमें कुल चार मटेरियल लगेगे। पहला हमारा यहाँ जाली लगेगी। दूसरा या तो हमें सीमेंटेड पोल लगेंगे या फिर इसकी जगह आप जीआई कोटेड डेंटल या आयरन इंगल भी ले सकते हैं।
जाली लगवाने में कितना खर्च आएगा?
सीमेंट के पोल को जमीन में गाड़ने के लिए हमें सीमेंट, रोड़ी, डस्ट और लेबर भी लगेगा तो यह चार मटेरियल हमें लगेंगे। दोस्तों इस तरह से हमें अपने खेत को चारो और से जाली लगाने और उसको अन्य पशुओं से बचाने के लिए लगभग एक लाख रूपये का खर्च आएगा। हालाँकि यह खर्च 10 हजार से 20 हजार आगे पीछे भी हो सकता है।
खेत में जाली लगवाने के क्या फायदे होते हैं?
अगर आप आवारा पशुओं से परेशान हैं तो आप अपने खेत बाद में वायर फेंसिंग सिस्टम कराओं। पर अगर आप अपने खेत में जंगली सूअर, नीलगाय, खरगोश और कुत्तों इनसे परेशान तो आपको चेन लेन सिस्टम की जरूरत लगेगी क्योंकि चैनलिंग फेंसिंग से आपको ना सिर्फ आवारा पशुओं से बचाता है बल्कि यहां नीलगाय, जंगली सूअर, खरगोश और कुत्ते इन सभी को रोकता है। इस तरह से आपका खेत आवारा पशुओं के साथ साथ छोटे जानवर व नीलगाय से भी सुरक्षित रहेगा।