
तुलिप जिसे हिंदी में कन्द पुष्प कहा जाता है। इस फूल का इस्तेमाल कई चीज़ो में होता है। आपको बता दें की इस फूल की खेती भारत में बहुत ही छोटे स्तर पर की जाती है। इस फूल की खेती ज्यादतर हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर यानी हिल्ली एरिया में की जाती है। ऐसे में इस खेती के जरिये किसान भाई इस से अच्छा – ख़ासा मुनाफा कमा सकते हैं। आइये इस लेख में हम बतलाते है की कैसे किसान भाई कन्द पुष्प की खेती कर सकते हैं।
कन्द पुष्प की खेती कैसे की जाती है?
कन्द पुष्प की खेती कई प्रकार से की जाती है। किसान भाई कन्द पुष्प की खेती ग्रीन हाउस खेती तकनीक, पाली हाउस खेती तकनीक, या फिर सामन्य बीज रोपण तरीके से भी कर सकते हैं। कन्द पुष्प की खेती किसान भाई पॉट्स में भी कर सकती है। कन्द पुष्प की खेती उस क्षेत्र में कर सकते हैं जहा सूर्य की रौशनी पूरी तरह मिले या फिर थोड़ा बहुत भी मिलें। कन्द पुष्प की खेती में तापमान 20 डिग्री सेल्सियस 26 डिग्री सेल्सियस तक जरूरत होती है। और अगर रात की तापमान की बात की जाए तो 5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 12 डिग्री सेल्सियस की जरूरत होती है।
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कन्द पुष्प की खेती किस तरह के मिटटी में की जाती है?
कन्द पुष्प की खेती की अगर मिटटी की बात की जाए तो कन्द पुष्प की खेती उस तरह की मिटटी में की जाती है। कन्द पुष्प की खेती उस तरह की मिटटी में करना चाहिए जिसका मिटटी का पिएच का मान 6.0 से लेकर 7.0 तक होना चाहिए। अगर किसान भाई इसकी खेती खुली मिटटी में करते हैं तो हफ्ते – हफ्ते मिटटी की सिंचाई करना चाहिए। कन्द पुष्प की खेती फरवरी से लेकर अप्रैल और अप्रैल से लेकर जून के महीने में की जाती है।
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