
जैस्मिन जिसे हिंदी में चमेली भी कहा जाता है। इस फूल की खुसबू जब नाख तक जाती है तो मन को मोह लेती है। इस फूल का इस्तेमाल आज कई तरह के कार्य जैसे परफ्यूम बनाने में, चाय बनाने में, घर को सजाने में, बालो में लगाने में यहाँ तक इस फूल की माला बनाकर भगवान् को चढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। यूँ तो इस फूल का इस्तेमाल कई चीज़ो में है, पर इसकी खेती भारत में बहुत ही कम लोग करते हैं। पर इस फूल की डिमांड बहुत ही ज्यादा है पर इसके सप्लायर बहुत ही कम है। इस लेख में आइये हम आपको बताते हैं की कैसे आप जैस्मिन यानी चमेली की खेती कर के कितना मुनाफा कमा सकते हैं।
जैस्मिन की खेती में कितनी लागत आती है?
जैस्मिन की खेती की अगर सबसे पहले लागत की बात की जाये तो इसमें आपको यह ध्यान देना है की आप जैस्मिन की कौन से फूल के वैरायटी का चुनाव करते हैं। क्यूंकि जैस्मिन की खेती के फूल के कई सारी वैरायटी होती है जिसकी खेती की लागत अलग – अलग आती है। फिर भी अगर हम लोग सामन्य सफ़ेद जैस्मिन की बात करें तो इस वैरायटी में 60 हजार रूपये प्रति हेक्टयेर तक की लागत आती है। यह लागत थोड़ी बहुत ऊपर निचे भी हो सकती है।
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जैस्मिन की खेती में मुनाफा कितना है?
हालाँकि जैस्मिन की खेती में मुनाफा की बात की जाए तो वह इस बात पर निर्भर करता है की जैस्मिन की खेती से आप कितना उत्पादन करते हैं। यानी जितना ज्यादा आप जैस्मिन की खेती से आप उत्पादन करेंगे, उतना ज्यादा आपको मुनाफा होगा। फिर भी अगर सामान्य तौर पर बात की जाए तो, एक एकड़ जैस्मिन की खेती से तकरीबन 50,000 रूपये से लेकर 01 लाख रूपये तक का उत्पादन होता है। आपको बता दें की एक बार जैस्मिन की खेती करने पर इससे उत्पादन कई सालों तक मिलता रहता है, और यह साल दर साल बढ़ता ही जाता है।
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