
सैफरन स्वामी केसर की खेती करते वक्त कुछ चीजों का ध्यान रखना पड़ता है जैसे की उसकी मिट्टी के बारे में कैसे उगाना है, कितना पानी देना है, कैसा मौसम होना चाहिए। तो चलिए दोस्तों जानते हैं केसर की खेती कैसे होती है। केसर की खेती के लिए सबसे पहले अच्छी मिट्टी वाली जगह और मौसम देखा जाता है। यह गर्म जगहों में आराम से उगाया जा सकता है और केसर की फसलों को करीब 12 घंटे की धूप दी जाती है।
केसर की खेती किस तरह की मिटटी में की जाती है?
केसर की खेती के लिए एसिडिक न्यूट्रल लोनी और सैंडी सॉयल का इस्तेमाल किया जाता है जिसकी मदद से ये अच्छे से उग पाते हैं और उसी के साथ साथ मिट्टी का पीएच लेवल करीब 6 से 8 तक हो, ऐसा ध्यान रखा जाता है। केसर के पौधे लगाने से पहले मिट्टी को थोड़ा हल्का कर लिया जाता है। हल्की फुल्की खुदाई की जाती है जिससे मिट्टी थोड़ी सी सॉफ्ट हो जाती है।
केसर की फूल किस महीने में निकलती है?
यह सब करने के बाद अक्टूबर में केसर के फूल अच्छे से खिल जाते हैं और वह सिर्फ महीना भर ही रहते हैं। जिसके बाद उनको सुबह सुबह निकाल लिया जाता है और फिर उसके बाद उसमें से लाल रंग की केसर को अलग कर दिया जाता है। उसके बाद केसर को बाहर 40 से 60 डिग्री तापमान पर छोड़ दिया जाता है सिर्फ 15 मिनट के लिए। जिसके बाद उसको किसी एयरटाइट कंटेनर में रख दिया जाता है और एक महीने बाद ही उसको खाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
एक ग्राम केसर के लिए कितने फूलों की आवश्यकता होती है?
आपको बता दें की एक ग्राम केसर के लिए क़रीब डेढ़ 100 से 160 फूल की ज़रूरत पड़ती है। सिर्फ एक ग्राम केसर को बनाने में जिसकी वजह से ज़्यादा केसर बनाने के लिए ज़्यादा फूलों को उगाना पड़ता है। तो दोस्तों यह सब था केसर की खेती के बारे में। केसर की खेती में बहुत ही ज्यादा मेहनत लगती है। एक ग्राम केसर के लिए ही डेढ़ 100 से 160 फूल लगते हैं। तो दोस्तों सोचिए कि एक किलो केसर के लिए कितने सारे फूलों की ज़रूरत होगी।
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