
हींग की खेती कैसे करें तथा हींग की खेती से जुड़ी संपूर्ण जानकारी। हमारे भारत देश में हींग का उपयोग काफी प्राचीन समय से किया जा रहा है भारतीय व्यंजनों में हींग का एक महत्वपूर्ण स्थान है जब भी भोजन में हींग का उपयोग किया जाता है हींग भोजन में महक ला देती है। कई प्रकार की बीमारियों को दूर करने के लिए भी हींग का उपयोग किया जाता है कई प्रकार की औषधियां बनाने के लिए हिंग को इस्तेमाल किया जाता है। भारत में हींग की खेती अधिक नहीं होती है विदेशों से हींग का आयत किया जाता है लेकिन फिर भी चौंकाने वाली बात यह है कि अन्य देशों की तुलना में हींग का सर्वाधिक उपयोग किया जाता है।
दोस्तों क्या आप हींग की खेती कैसे करें से जुड़ी संपूर्ण जानकारी को जानना चाहते हैं यदि हां तो हींग की खेती से जुड़ी संपूर्ण जानकारी को जानने के लिए आज आपको इस लेख को ध्यान पूर्वक अंतिम शब्द तक पढ़ना होगा इस लेख को पढ़ने के बाद आप जान जाएंगे कि आखिर में हींग की खेती कैसे होती है तथा इसके अतिरिक्त भी आप इनकी खेती से जुड़े और भी कई सारे सवालों के जवाब आज इस लेख के माध्यम से जान जाएंगे।
हींग की खेती भारत में कहाँ होती है?
वर्तमान समय में हींग की खेती को कश्मीर हिमालय उत्तराखंड हिमाचल लद्दाख पंजाब आदि क्षेत्रों में किसानों के द्वारा की जा रहा है तथा इस खेती को करके किसान अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं इन क्षेत्रों में अभी हाल ही में इस खेती को शुरू किया गया है पहाड़ी क्षेत्रों में इस खेती के शुरू होने की वजह से अब भारत में इनकी महंगाई को कम किया जा सकेगा।
हींग के पेड़ से हींग कैसे निकलती है?
हींग को प्राप्त करने के लिए हिंग के पौधे की जड़ का उपयोग किया जाता है पेड़ से हींग को प्राप्त करने के लिए हिंग के पेड़ की जड़ पर कट लगाया जाता है यह कट हल्का सा होता है और इसे फिर छोड़ दिया जाता है जिस स्थान पर कट लगाया जाता है वहां पर एक चिपचिपा पदार्थ निकलने लगता है उस चिपचिपा पदार्थ को इकट्ठा कर लिया जाता है। तो दोस्तों पेड़ से हींग निकालने की प्रक्रिया यही है जिसे आपने जान लिया है।
हींग का पौधा कहां मिलेगा?
हमारे भारत देश में हींग का पौधा कश्मीर हिमालय उत्तराखंड लद्दाख पंजाब आदि क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में देखने को मिलेगा। विश्व की अगर बात की जाए तो विश्व में हिंग का पौधा मुख्य रूप से ईरान अफगानिस्तान तथा उजबेकिस्तान इन आदि देशों में आपको सबसे अधिक हेंगे पौधे देखने को मिलेंगे क्योंकि इन्हीं देशों के द्वारा सबसे अधिक हींग अन्य देशों में भेजी जाती है और भारत में सबसे ज्यादा हींग का आयात अफगानिस्तान से ही होता है।
प्रत्येक दिन हमारे भारत देश में हींग का उपयोग किया जाता है लेकिन भारत देश में हींग की खेती नहीं होने की वजह से कई प्रकार के एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं भारत में भी इसकी खेती को किया जा सके और एक एक्सपेरिमेंट सफल होने की वजह से भारत में इसकी खेती शुरू हो चुकी है लेकिन यह कुछ ही सीमित क्षेत्र तक है।
हींग का उपयोग कहाँ होता है?
वर्तमान समय में कई प्रकार की बीमारियों की औषधियों को बनाने के लिए हींग का उपयोग किया जा रहा है इसके अतिरिक्त भी हींग का उपयोग अलग-अलग प्रकार से किया जा रहा है बीमारियों में मसूड़ों से खून निकलना दर्द की समस्या सर्दी जुकाम तनाव सिरदर्द आदि के लिए हींग का प्रयोग किया जाता है। तथा इन बीमारियों के लिए बनाई गई औषधि मैं भी कहीं ना कहीं हींग का उपयोग किया जाता है इसके अतिरिक्त भी कई प्रकार के इंफेक्शन कान दर्द पेट दर्द खुजली आदि के लिए हींग बहुत ही फायदेमंद है।
हींग की खेती कैसे करे?
हींग की खेती को करने के लिए सबसे पहले इसके आवश्यक जलवायु की जरूरत होती है क्योंकि पौधे के विकास के लिए जलवायु बहुत ही आवश्यक है तो दोस्तों हींग के पौधे के विकास के लिए ठंड और शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है वही तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक चाहिए होता है। और इस खेती को करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण जमीन है।
क्योंकि इसकी खेती को उसी मिट्टी में किया जा सकता है जिस्म की रेट है तथा मिट्टी के ठेले व चिकनी अधिक हो। सूरत से निकलने वाली धूप सीधी उस स्थान पर पढ़नी चाहिए जहां पर हींग की खेती को किया जा रहा है। वर्तमान समय में हींग को लेकर अनेक सारी रिसर्च से चल रही है वैज्ञानिक ईरान से हींग की खेती के लिए बीच मंगवा रहे हैं तथा इसकी जानकारी को खोज रहे हैं। जगह जगह पर बीजों के द्वारा जांच की जा रही है।
Faq:
हींग कितने रुपए किलो मिलती है?
बाजार के भाव की अगर बात की जाए तो इनका बाजार भाव ₹35000 से लेकर ₹50000 तक है और यह भाव केवल और केवल 1 किलो का है गुणवत्ता के आधार पर इसके भाव में बढ़ोतरी हो सकती है।
भारत में हींग की खेती कहां होती है?
वर्तमान समय में केवल और केवल पंजाब लद्दाख हिमाचल प्रदेश और कश्मीर तथा उत्तराखंड आदि में इनकी खेती को किया जा रहा है।
हींग का दूसरा नाम क्या है?
हींग का वानस्पतिक नाम फेरूला ऐसाफोइटिडा है।
निष्कर्ष:
तो जैसा कि दोस्तों हींग की खेती कैसे करें तथा हींग की खेती से जुड़ी संपूर्ण जानकारी को आज आपने इस लेख के माध्यम से विस्तार पूर्वक जान लिया है। दोस्तों हींग की खेती को लेकर आपके मन में किसी प्रकार का कोई सवाल है उसका जवाब जानने के लिए आप अपने सवाल को कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर पूछे हैं। हमारा यह लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद।