
हरे प्याज की खेत से हम बहुत ही कम समय में एक अच्छा मुनाफा ले सकते हैं क्योंकि हरे प्याज का हमें मार्केट में काफी अच्छा भाव मिलता है। इसका कारण यह है कि हरे प्याज की उपलब्धता मार्केट में कुछ ही महीने रहती है। इस कारण हमें हरे प्याज की खेती से बहुत ही अच्छा मुनाफा मिलता है।
हरे प्याज की खेती का सही समय क्या है?
आप हरे प्याज के खेती दोनों ही सीजन में कर सकते हैं। रबी व खरीफ खरीफ के सीजन में हरे प्याज की बुआई का सबसे उपयुक्त समय 15 जून से 15 जुलाई का है। व रबी के सीजन में हरे प्याज की बुआई का सबसे उपयुक्त समय 15 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर का महीना है। यानि की आप हरे प्याज की खेती रबी व खरीफ दोनों ही सीजन में कर सकते हैं।
हरे प्याज की खेती के लिए बीज का चुनाव व बीज बुवाई का सही क्या है?
आप हरे प्याज की खेती के लिए दो तरह से बीज का चुनाव कर सकते हैं। पहला आप मार्केट से प्याज के छोटे कन्दों को खरीदकर लाए। और इनकी बुवाई खेत में उचित तरह से कर दें। हरे प्याज की खेती में हमें कंद का काम नहीं बढ़ाना रहता। इसलिए आप दो के बीच की दूरी 1 से 2 इंच के बीच में रख सकते हैं। दूसरी विधि में आप मार्केट से सीधा प्याज के सेट खरीदकर लाए और इन्हें बुवाई कर दें।
जब हमारे कंद का आकार बढ़ता है तो आप इस बीच के समय में ही प्याज को उखाड़ ले और इसे मार्केट में बेस्ड आप लाल व सफेद दोनों ही तरह के प्याज के करने का चुनाव कर सकते हैं। पर लाल प्याज की तुलना में हमें सफेद प्याज के कंडे का मंडी में भाव अच्छा मिलता है। खेत की तैयारी के समय ही आप गोबर की खाद या फिर वर्मी कम्पोस्ट को अपने खेत में डालें।
हरे प्याज की खेती के फायदे और मंदी ठोक भाव क्या मिलता है?
हरे प्याज की खेती करने का हमें पहला फायदा यह मिलता है कि इसकी फसल 45 दिनों में तैयार हो जाती है, जिस कारण हमारे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। अगर आपके एरिया में हरे प्याज का मार्केट अच्छा है तो आपको हरे प्याज का तकरीबन आप ₹15 से ₹40 किलो का फल बड़ी आसानी से मिल सकता है। अगर आपके एरिया में हरे प्याज का मार्केट नहीं है तो आप हरे प्याज की खेती न करें। दोस्तों आपको बता दें की एक एकड़ हरे प्याज की खेती से हमें तकरीबन 20 टन का उत्पादन देखने को मिलता है।