
फूल मनुष्य जाति को प्रकृति के द्वारा दिया गया एक सर्वश्रेष्ठ उपहार है। फूल शब्द सुनते ही रंग बिरंगी आकृतियाँ आखों के सामने उभरने लगती है। फूलों को देखते ही आखों को एकदम सुकून मिलता है और फूल की सुगंध से मन एकदम प्रसन्न हो जाता है। इसके साथ फूलों की खेती किसान भाई की आमदनी को बढ़ाने का एक बड़ा स्त्रोत है। ओर यह बात आज बहुत से किसान भाईयों को नही पता है।
फूलो की खेती कर के लाखों रुपया कमाया जा सकता है।
इस कारण बहुत से किसान भाई आज भी परम्परागत खेती करके अपनी जीविका चलाते है। जबकि फूलों की खेती करके लाखो रूपए कमाए जा सकते हैं। अब सवाल आता है कि कौन से फूलों की खेती करे और किस तरह से हम फूलों की खेती करके पूरे साल उत्पादन ले सकते हैं।
तो आज मैं आपको इस लेख में फूल की खेती की जानकारी दूंगा जिनकी खेती भारत के अधिकतर राज्यो में होती हे जिनका मार्केट में काफी अच्छी डिमांड और जिनका भाव भी हमें सबसे अधिक देखने को मिलता है।
गुलाब की खेती करें।
गुलाब का फूल शादियों में त्योहारों किसी को उपहार देने हर जगह पर उपयोग में आता है। इसके साथ गुलाब के फूल से गुलाब, जल, इत्र, गुलकंद, पारिजात और भी अनेक सामग्रियां बनाई जाती है। इस कारण गुलाब मार्केट में अच्छी खासी डिमांड है
और यही कारण है कि हम लोग गुलाब के फूल पहले स्थान पर लिए हैं। गुलाब की खेती लगभग पूरे भारत में कर सकते हैं। गुलाब की भारत में 100 से भी अधिक किस्में आप अपने एरिया के अनुकूल किसी भी उन्नत किस्म का चुनाव कर उस किस्म के पौधे पास के ही किसी नर्सरी से खरीदी।
गुलाब का पौधा रोपण कैसे करें।
पौधे खरीदते समय एक बात का विशेष ध्यान रखे कि पौधे कम से कम तीन महीने पुराने होने चाहिए। खेत में पौधारोपण करते समय एक लाइन से दूसरे लाइन के बीच की दूरी आप पाँच फीट रखे व एक पौधे से दूसरे पौधे के बीच की दूरी आप तीन फिट रखें।
गुलाब के पौधों का पौधारोपण आप अक्टूबर, नवंबर, फरवरी मार्च इन चार महीनों में कर सकते हैं और अगर बारिश के सीजन आपके खेत में जल भराव ना हो तो आप बारिश के सीजन में गुलाब के फूलों का पौधारोपण कर सकते हैं।
गुलाब की खेती से उत्पादन कब मिलता है।
पौधारोपण करने के तीन महीने बाद से आपको उत्पादन मिलने लगता है पर यह बहुत ही कम होता है। पौधारोपण करने के एक साल बाद से आप गुलाब के पौधे से उसकी पूरी कैपेसिटी के हिसाब से उत्पादन मिलने लगता है।
गुलाब के फूलों का भाव शादियों के समय और त्योहारों के समय ₹200 किलो से लेकर ₹500 किलो तक बड़ी आसानी से मिल जाता है व गुलाब के फूलों का मार्केट भारत के प्रत्येक राज्य बड़ी आसानी से मिल जाता है।