धनिया की खेती कैसे करें की सम्पूर्ण जानकारी। 

बहुत ही कम लागत में अच्छा मुनाफा देने वाली कुछ ही फैसले हैं उन्ही में से एक फसल है धनिया की फसल। हम इस लेख में हरी पट्टी धनिया का सम्पूर्ण विश्लेषण इन पाँच पॉइंट्स के आधार पर करेंगे – पहला मिट्टी कैसे तैयार करें और समय कितना लगेगा दूसरा लागत कितनी आएगी, उत्पादन कितना होगा, आमदनी कितना होगा और फिर सबसे अंत में हम जानेंगे की मुनाफा कितना होता है। 

इसके साथ ही हम यह जानेंगे की धनिया के फसल में लगने वाले किट व् रोगो को हम किस तरह से कण्ट्रोल कर सकते हैं और धनिया की फसल के साथ हम कौन सी फसल का इन्टरक्रोप्पिंग कर सकते हैं। अब यह जानने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े। पहले पॉइंट्स पर आने से पहले अगर आपने अभी तक हमारा ब्लॉग को सब्सक्राइब नहीं किया है तो इस ब्लॉग को सब्सक्राइब कर लें। हम इस ब्लॉग पर नए – नए खेती करने के तरीके के बारे में जानकारी लाते रहते हैं। 

धनिया की बीज बुवाई का सबसे उपयुक्त समय क्या है?

अब आते हैं हम हमारे पहले पॉइंट्स समय पर। धनिया की बीजो की बुवाई आप तीनो ही सीजन गर्मी, ठण्ड और बरसात में कर सकते हैं। ठण्ड के समय में धनिया की फसल का बीज बुवाई का सबसे उपयुक्त समय सितंबर महीना से लेकर नवंबर का महीना है। व् बरसात के सीजन में जुलाई और अगस्त के महीने में धनिया के बीजो की बुवाई कर सकते हैं। बिज बुवाई के बाद अगर बारिश होती है तो आपके बीज का जमाव कम होगा। 

और अगर ज्यादा बारिश होती है तो बीज का जर्मिनेशन भी नहीं होगा। इसलिए बरसात के सीजन में धनिया के बीजो की बुवाई करते समय आप इस बात का विशेष ध्यान रखे। व् गर्मी के सीजन में धनिया के बीजो की बुवाई करने का सबसे उपयुक्त समय 15 फरवरी से लेकर मार्च का महीना है। इस बिच में आप धनिया की बीजो की बुवाई कर सकते हैं। यानी की हम धनिया की बीजो की बुवाई तीनो ही सीजन में कर सकते हैं। व् बरसात के सीजन में हमे बीज बुवाई करते समय थोड़ा ध्यान रखना होता है। 

एक एकड़ धनिया की खेती में कितनी लागत आती है?

धनिया की खेती कैसे करें की सम्पूर्ण जानकारी। 

समय के बाद आते हैं हम हमारे दूसरे पॉइंट्स लागत पर। धनिया की बीज की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है की आप किस सीजन में धनिया के बीजो की बुवाई कर रहे हैं। जैसे ठंड के सीजन में बीज की मात्रा कम लगेगी वही गर्मी और बरसात के सीजन में बीज की मात्रा ज्यादा लगेगी। इसलिए हम इन तीनो सीजन का एवरेज 12 किलो लेते हैं। 

नामधारी सुरभि कंपनी की बीज का एक पैकेट की कीमत 300 रूपये है इस तरह हमारा एक एकड़ धनिया की खेती में 12 किलो यानी 12 पैकेट लगेगा जिसका खर्च आएगा 3600 रूपये। इस तरह हमारा एक एकड़ धनिया की खेती में बीज का खर्च आएगा 3600 रुपया। खेती की तैयारी का खर्च आएगा 4000 रुपया।जैविक खाद का खर्च आएगा 2000 रूपये। आप धनिया की खेती में या तो जैविक खाद का उपयोग करें या तो रासयनिक खाद का। दोनों तरह का खाद का एक ही साथ उपयोग करने का कोई भी मतलब नहीं होता है। 

धनिया की फसल में लगने वाले किट व् रोग के लिए हम स्प्रे करते हैं, जिसका हमे खर्च आएगा 800 रूपये। लेबर का हमारा खर्च आएगा 5000 रूपये। खेत से मंडी तक जाने का ट्रांसपोर्ट चार्ज आएगा 1500 रूपये। व् छोटे – मोटे अन्य चीज़ो के लिए हमारा खर्च आएगा 1000 रूपये। इस तरह एक एकड़ धनिया की खेती में हमारी लागत आएगी 17,900 रूपये। 

लागत निकालने के बाद आते हैं हम हमारे तीसरे पॉइंट उत्पादन पर। एक एकड़ धनिया की खेती से कितना उत्पादन होता है। धनिया की खेती में पहली हार्वेस्टिंग बीज बुवाई के 45 दिन के बाद आ जाती है। व् अगर आपने धनिया की खेती में हाइब्रिड किस्म के बीजो की चुनाव किया है तो आप धनिया की खेती में तीन से चार हार्वेस्टिंग बड़े ही आसानी से ले सकते हैं। व् पहले हार्वेस्टिंग के 15 से 20 दिनों के बाद आपको दूसरे हार्वेस्टिंग देखने को मिलेगी। और दूसरे हार्वेस्टिंग के 15 से 20 दिन के बाद आपको तीसरी हार्वेस्टिंग देखने को मिलेगी। 

इस तरह से आप ठंड के सीजन में आप तीन से चार हार्वेस्टिंग ले सकते हैं व् गर्मी के सीजन में आप कम से कम दो हार्वेस्टिंग तो ले ही सकते हैं। गर्मी व् बरसात के सीजन में आपको एक एकड़ में 25 से 30 क्विंटल उत्पादन देखने को मिलेगा। 

व् ठण्ड के सीजन में आपको एक एकड़ में 30 से 35 क्विंटल उत्पादन देखने को मिलेगा।  इस तरह से हम तीनो सीजन का एवरेज लेते हैं 30 क्विंटल। यानी की एक एकड़ धनिया की खेती से हमे 30 क्विंटल उत्पादन देखने को मिलता है। 

एक एकड़ धनिया की खेती से हमारी कितनी आमदनी होती है?

समय, लागत, उत्पादन के बाद हम आते हैं हमारे चौथे पॉइंट आमदनी पर। धनिया का मंडी थोक भाव हमे गर्मी व् बरसात के सीजन में सबसे अच्छा देखने को मिलता है। अगर आपकी किस्मत अच्छी है तो आप 100 से 150 रूपये किलो के आस – पास गर्मी और बरसात के सीजन में धनिया को बेच पाएंगे। 

व् ठण्ड के सीजन में हमे धनिया का मंडी थोक भाव काफी कम देखने को मिलता है। कई बार तो हमे 5 रूपये किलो धनिया का मंडी थोक भाव देखने को मिलता है। इस तरह हम अगर पुरे साल का धनिया का एवरेज मंडी थोक भाव निकाले तो हमे 20 रूपये किलो के आस – पास धनिया का एवरेज मंडी थोक भाव देखने को मिलेगा। हम इसी भाव को लेते है। 

तो इस हिसाब से हमारा उत्पादन हुआ था 30 क्विंटल और एक क्विंटल में 100 किलो होता है, और हमने एक किलो का मंडी थोक भाव लिया है 20 रूपये। तो इस तरह से हमे एक एकड़ धनिया की खेती से हमारी आमदनी होगी 60000 रूपये। 

एक एकड़ धनिया की खेती से कितना प्रॉफिट होता है?

धनिया की खेती कैसे करें की सम्पूर्ण जानकारी। 

समय, लागत, उत्पादन, आमदनी के बाद आते हैं हम हमारे पाँचमे पॉइंट प्रॉफिट कितना हुआ और हमारा प्रॉफिट परसेंटेज क्या रहेगा। प्रॉफिट निकालने के लिए हम सिंपल कुल आमदनी में से लागत को घटा देंगे, तो जो आकड़ा हमे मिलेगा वह हमारा प्रॉफिट रहेगा।  

तो फिर इस तरह से हमारी आमदनी हुई थी 60000 रूपये। और हमारी लागत आयी थी 17,900 रूपये। इस तरह हमारा प्रॉफिट हुआ 42,100 रूपये। अगर आप धनिया की फसल से तीन हार्वेस्टिंग लेते हैं तो धनिया की फसल की समय साइकिल होगी तीन महीने। यानी की आपको प्रत्येक महीने एक एकड़ धनिया की खेती में धनिया की फसल से 15000 की प्रॉफिट देखने को मिलेगा। जो की काफी अच्छा है। 

अब इस लेख के अंत में हम जानते हैं की हम धनिया की फसल को किट व् रोगो से बचाने के लिए जैविक तरीके से किस तरह से नियन्त्रिक कर सकते हैं। जैविक तरीके से आप निम् आयल का उपयोग कर सकते हैं। यह किस तरह से करना आइये हम इस चीज़ को जानते हैं। 

आप सबसे पहले एक ग्लास या आधा ग्लास गुनगुना पानी ले, चुकी निम् ऑयल काफी गाढ़ा होता है। इसलिए हम निम् ऑयल को पहले डिसॉल्व करते हैं। एक लीटर के हिसाब से हमे 3ml निम् ऑयल लेना है। यानी की अगर हमारा लीटर टंकी है तो हमारे 45 ml निम् ऑयल की जरुरत पड़ेगी। 

आप सबसे पहले निम् ऑयल को गिलास में कुछ इस तरह से डालें। आपको एक साथ नहीं डालना है बल्कि धीरे – धीरे डालना है। क्यूंकि निम् ऑयल काफी गाढ़ा होता है और हमे उसे अच्छी तरह से मिलाना होता है। अब आप 5 से 10ml चिपको एजेंट लेकर ग्लास में दाल दें। अब इसे अच्छे से मिला दे और इसे कुछ देर मिलाते रहे। 

फिर हम इस गिलास को जहां पर हम निम् ऑयल को अच्छे से मिलाया है इस हमे 15 लीटर पानी में हमारे स्प्रे पम्प में मिला दे। और इसे अच्छे से मिक्सअप कर दें। अब आप धनिया की फसल पर स्प्रे पम्प की सहायता से स्प्रे कर सकते हैं। ध्यान रखे आपको इसे शाम के समय तक करना है। 

धनिया की फसल के साथ किन फसलों का इन्टरक्रोप्पिंग कर सकते हैं?

धनिया की फसल के साथ आप भिंडी के फसल का इन्टरक्रोप्पिंग कर सकते हैं। वह किस तरह से आप कर सकते हैं आइये हम उसे जानते हैं। करयो की लम्बाई 25 से 30 फिट रखें, और चौड़ाई 4 से 5 फिट रखें। हम इन करयो में सबसे पहले भिंडी की बीजो की बुवाई करेंगे। आप कुछ इस तरह से इन करयो में तीन रो बना लो। 

भिंडी की बीज की बुवाई के बाद अब हम धनिया की बीज की बुवाई करेंगे। हम धनिया की बीजो की बुवाई भिंडी के बीजो के बिच में करेंगे। बीज बुवाई के बाद इन बीजो पर मिटटी चढ़ा दें। आप इसके लिए गार्डेनिंग रेट की सहायता ले सकते हैं। मिटटी चढाने के बाद आप खेत में सिंचाई कर दें। 

तो दोस्तों अगर इस लेख में आपको दी गयी जानकारी अच्छी लगी है तो आप इस लेख को अपने किसान भाईओ के साथ में साझा जरूर करें। और अगर आपको खेती से सम्बंधित कोई भी प्रश्न है तो आप बेझिझक अपने सवालो को हमसे पूछ सकते हैं। आप अपना सवाल कमेंट बॉक्स में जरूर पूछे। हमारा यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद दोस्तों। 

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