
हमारे आसपास के पेड़-पौधों में से एक, चीकू का पेड़। चीकू का पेड़ एक बहुत ही प्रसिद्ध और पौष्टिक फल देने वाला पेड़ है, जिसे लोग उच्च पोषण मूल्य और मिठास के लिए पसंद करते हैं। यह भारतीय उपमहाद्वीप का मूल निवासी है, लेकिन अब यह पूरी दुनिया में पाया जा सकता है। चीकू का वैज्ञानिक नाम “Manilkara zapota” है और यह साधारणत: चीकू या सपोडिला के नाम से जाना जाता है।
चीकू के पेड़ का बढ़ने का काल।
चीकू का पेड़ अपने पहले फलों को देने में कुछ सालों का समय लेता है। आमतौर पर, चीकू का पेड़ लगभग 5 से 8 वर्षों के बाद अपने पहले फलों की पैदावार करने लगता है। यह नये पौधों के प्रसार के साथ-साथ उपयुक्त मात्रा में पोषण प्रदान करने में समय लेता है।
चीकू के पेड़ की देखभाल।
चीकू के पेड़ की देखभाल करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके होते हैं:
- बीज से पौधा उपजाना:
पेड़ को बीज से उपजाने की प्रक्रिया सबसे सामान्य तरीका है। बीजों को अच्छे से बुआई जानी चाहिए और उन्हें उपयुक्त मिट्टी में रखकर पानी देना चाहिए।
- जल संरक्षण:
पौधों को पर्याप्त पानी प्रदान करना महत्वपूर्ण है, लेकिन जल बचाने के लिए ध्यान देना भी आवश्यक है।
- उर्वरक और पोषण:
चीकू के पेड़ को नियमित अंतराल पर उर्वरक देना चाहिए ताकि वह अच्छे से बढ़ सके और अधिक फल दे सके।
चीकू के फलों का उपयोग।
चीकू के फल मीठा, पौष्टिक और सेहतमंद होते हैं, और इन्हें विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है। इनका उपयोग ताजे रूप में खाने के साथ-साथ जूस, शेक, और अन्य मिष्ठानियों में भी किया जाता है।
इसे भी पढ़ें।
- जानिये कैसे गाय का पालन कर के दूध बेच कर के लाखो रुपया कमाए?
- चीकू कितने दिन में फल देने लगता है: विस्तार से जानिए इस फल की पूरी प्रक्रिया।