
ब्रेडफ्रूट भारत में एक दुर्लभ फलों में से एक है जिसे फल के बजाय सब्जी के रूप में खाया जाता है। ब्रेड फ्रूट को हम लोग पकाने के बाद खा सकते हैं। लेकिन साथ ही इसे तला हुआ बैक किया हुआ उबला हुआ और भुना भी जा सकता है। मानव उपयोग के अलावा कटहल के पेड़ के पत्तों को पशुओं के लिए चारा के रूप में दिया जाता है। व्यावसायिक ब्रेड फ्रूट की खेती भारत में सीमित जगह में ही की जाती है। साथ ही भारत की कर्म तटीय जलवायु वाले इलाके इसके विकास के लिए सबसे बेहतर है। इस फल की उत्पादन केरला और दक्षिण पश्चिम के कोंकण तट पर की जाती है।
ब्रेड फ्रूट से हमें क्या स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
ब्रेड फ्रूट हमारे शरीर के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। यह हमें कई प्रकार के रोग और बीमारियों से से बचने में मदद करता है।
- यह फल हमारे दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है।
- ब्रेड फ्रूट हमें कई तरह के इंफेक्शन से बचाता है।
- ब्रेड फ्रूट एक बेहतरीन ऊर्जा का स्रोत है।
- ब्रेड फ्रूट में पाचन में भी मदद करता है।
- ब्रेड फ्रूट मधुमेह के रोग को भी नियंत्रित करता है।
- ब्रेड फ्रूट हमारे दांत के दर्द को भी ठीक करता है।
- ब्रेड फ्रूट हमारे त्वचा की सूजन को भी रोकने में मदद करता है।
- ब्रेड फ्रूट हमारे बालों के लिए भी अच्छा होता है।
ब्रेड फ्रूट का भारत में स्थानीय नाम।
भारत देश में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है, जिससे ब्रेड फ्रूट के भी अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नाम दिए गए हैं, जैसे –
- बकरी-चाजर (हिंदी)
- निर्फनास (मराठी)
- इरप्पला, कदपिला (तमिल)
- गुज्जेकाई (कन्नड़)
- जीवी कडगी (कोंकणी)
- नागदमानी (संस्कृत)
भारत में ब्रेड फ्रूट का ज्यादा उत्पादन करने वाला राज्य।
भारत भर में ब्रेड फ्रूट की खेती बहुत कम है इलाकों में की जाती है। भारत के अंदर यह बस केरला राज्य और दक्षिण-पश्चिमी का कोंकण छत पर इसकी खेती होती है। इन्ही राज्यों में सबसे ज्यादा ब्रेड फ्रूट की खेती की जाती है।
ब्रेड फ्रूट की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी की आवश्यकता।
ब्रेड फ्रूट के लिए गर्व आर्द्र उस्सकटिबंधीय परिस्थितियों में अच्छी तरीके से बढ़ता है और इसकी खेती भी सबसे अच्छी तरीके से होती है। इसकी खेती करने के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से लेकर 33 डिग्री सेल्सियस का तापमान आवश्यक होती है और इसके साथ है 150 सेंटीमीटर से लेकर 250 सेंटीमीटर की वार्षिक वर्षा की भी जरूरत होती है। छाया वाला जगह इसे तेजी से बढ़ने में मदद करता है और बाद के समय में पूर्ण सूर्य के प्रकाश की स्थिति से सबसे अच्छा पनपता है।
ब्रेड फ्रूट की पेड़ अच्छे कार्बनिक पदार्थों के साथ अच्छी जल निकासी वाली गहरी मिट्टी पर बहुत ही बेहतर तरीके से होते हैं।
ब्रेड फ्रूट की खेती के लिए भूमि को तैयार कैसे करें।
ब्रेड फ्रूट की खेती करने के लिए सबसे पहले जमीन को दो बार जुताई करके अच्छी तरीके से तैयार करना होता है। भूमि में पिछली फसलों के खरपतवार मौजूद नहीं होना चाहिए। मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने के लिए भूमि की तैयारी के दौरान उसमें अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाया जा सकता है।
ब्रेड फ्रूट की खेती में प्रवर्धन कैसे करें।
ब्रेड फ्रूट की खेती में प्रवर्धन वनस्पति कटिंग के द्वारा किया जा सकता है क्योंकि इन फलों में कोई भी बीज मौजूद नहीं होती है। 2.5 सेंटीमीटर व्यास और 20 सेंटीमीटर लंबाई की रूट कटिंग को क्षतिज रूप से पेंट किया जा सकता है।
ब्रेड फ्रूट की खेती कैसे करें।
ब्रेड फ्रूट की खेती करने के लिए सबसे अच्छा मौसम जून से दिसंबर महीने को माना जाता है। 10 से 12 मीटर की दूरी पर हमें 60×60×60 सेंटीमीटर आकार के गड्ढे खोद देने चाहिए। ब्रेड फ्रूट की प्रत्येक पेज पर 25 किलोग्राम जैविक खाद का प्रयोग किया जा सकता है। ब्रेड फ्रूट की खेती में किसी भी अलग उर्वरक की सिफारिश नहीं की जाती है।
ब्रेड फ्रूट की खेती में देखभाल और सिंचाई कैसे करें।

ब्रेड फ्रूट की रोपाई के तुरंत बाद इसकी सिंचाई करनी चाहिए और सिंचाई करने की आवृत्ति मिट्टी के नमी और मौसम के अनुसार निर्भर करता हैं। गर्म दिनों में मतलब गर्मी के मौसम में बार-बार सिंचाई करना जरूरी होता है। भारी बारिश होने वाले स्थिति में हमें यह सुनिश्चित करना होता है कि मिट्टी में पानी ना रुके और जल्दी निकल जाए। बरसात के मौसम में इसके फल शरण रोग की जांच करते रहनी चाहिए। इससे बचने के लिए बॉर्डक्स का मिश्रण छिड़काव करना होता है।
ब्रेड फ्रूट की खेती में कटाई कैसे करें।
मिट्टी के आधार पर ब्रेड़फ्रूट के पेड़ 3 से 6 साल के बाद फल देने की अवस्था में आ जाते हैं। आमतौर पर ब्रेड फ्रूट की फूल निकलने के 2 से 3 महीने बाद ही से काटा जाता है। इसके कटाई करने के लिए दरांति या हाथ का इस्तेमाल किया जा सकते हैं।
निष्कर्ष:
दोस्तों, ऊपर दिए हुए लेख में हम आपको ब्रेड फ्रूट की खेती के बारे में संपूर्ण जानकारी विस्तार में बताएं हैं। अगर आप इसकी खेतिया इसका पीर रुकना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। इससे जुड़ी और भी अधिक प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अन्य फल और सब्जियों की खेती के बारे में जानकारी जानने के लिए हमारे वेबसाइट पर दोबारा जरूर आये। आशा करता हूं कि या लेख आपको पसंद आया होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
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