
भारत में बैंगन की कई सारी वेराइटी जैसे भर्ता बैगन, वाईट बैगन, गोल ग्रीन, बैगन, जापानीज बैगन, इटालियन और लंबे बैगन जिनकी खेती ज्यादातर किसान भाई करते हैं। अगर बैगन की खेती सही तरीके से की जाए तो बैगन की फसल बहुत ज्यादा मुनाफा दे सकती हैं।
बैंगन की फसल किसान भाईयों के लिए कितने फायदे का सौदा है आइये जानते हैं इस लेख में आगे। दोस्तों बैगन की खेती आप सभी तरह की मिट्टी में बैगन की खेती कर सकते हैं। सिर्फ आपके खेत की मिट्टी उपजाऊ होना चाहिए और मिट्टी का पीएच पाँच से साढे सात के बीच में होना चाहिए।
एक एकड़ बैगन की खेती से हमें कितना उत्पादन मिलता है?
बेंगन की फसल से हमें उत्पादन प्राप्त खेती के 50 से 55 दिन के बाद में मिलना शुरू हो जाता है और साढ़ तीन से साढ़े चार महीने तक हमें उत्पादन देखने को मिलता है। अगर आपकी बेंगन की फसल रोग मुक्त है और आपने प्रोपर इसे स्प्रे और फर्टिगेशन शैड्यूल को फॉलो किया है तो आप एक एकड़ बेंगन की खेती से मैक्सिमम 150 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं।
और अगर आपकी फसल फल छेदक कीट का अटैक हुआ हैं तो आपका उत्पादन सीधा प्रभावित होगा और आपका उत्पादन मिनिमम 100 से 125 कुन्तल के आस पास होगा। यानि की एक एकड़ बैगन की खेती से हमारा उत्पादन औसतन 100 क्विंटल से लेकर 125 क्विंटल देखने को मिल सकता है।
एक एकड़ बैंगन की खेती की समय साइकल कितनी है।
आप बैंगन की नर्सरी दो सीजन में लगा सकते हैं। गर्मी और बरसात गर्मी के सीजन में बैगन की नर्सरी लगाने का सबसे उपयुक्त समय फरवरी व मार्च का महीना व बरसात के सीजन के लिए आप जून जुलाई अगस्त के महीने में बैगन की नर्सरी लगा सकते हैं। भारत के कई सारे राज्यों में बैंगन की नर्सरी ठंड के सीजन में नवंबर और दिसंबर के महीने में भी लगा सकते हैं। लेकिन जिन राज्यों में ठंड ज्यादा गिरती है, वहां पर आप ठंड के मौसम में बैंगन की नर्सरी तैयार करे। बैंगन का बीज जर्मिनेशन के लिए 10 से 15 दिन का समय लगता है।