
साल 2017 में जब भारत सरकार ने किसान भाइयों की आमदनी को बढ़ाने के लिए अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून को हटा दिया और बांस को फारेस्ट ट्री की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में डाल दिया।
चाइना में बांस की इकॉनमी 50,000 करोड़ रूपये की है, बांस से आचार बनता है, बांस से कपड़ा बनता है, बांस से फर्नीचर बनता है। बांस कंस्ट्रक्शन में आता है, अगरबत्ती के काड़िया बनती है, आइसक्रीम की डंडिया बनती है।
इस नियम के हटने के कारण बांस को लगाना काटना और बेचना एकदम आसान हो गया। यह निर्णय किसान भाइयों के लिए कितना सही है और किसान भाई इससे कितना लाभ उठा सकते हैं, जानेंगे इस लेख में आगे। नमस्कार किसान भाई स्वागत है आपका एक बार फिर से हमारे वेबसाइट पर।
आज इस लेख में हम एक एकड़ बांस की खेती का संपूर्ण विश्लेषण इन 5 पॉइंट्स के आधार पर करेंगे-
- उपयुक्त किस्म।
- लागत।
- उत्पादन।
- आमदनी।
- मुनाफा।
साथ इस लेख के अंत में जानेंगे की वीडियो के अंत में जानेंगे की बांस की फसल से मिलने वाले उत्पादन हम कहां पर बेच सकते हैँ, बांस की कॉन्ट्रैक्ट फॉर्म हम किस किस तरह से कर सकते हैं, और सरकार बांस की फसल के ऊपर कितनी सब्सिडी देती है। यह सब जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े। तो बिना समय नष्ट किये सबसे पहले जानते हैं कि बांस भारत में कौन-कौन सी उन्नत किस्में हैं।
भारत में बांस की कौन – कौन सी किस्म है?
भारत में 136 से भी अधिक किसमें हैं, पर जिन किस्मो के मार्केट में अच्छे डिमांड हैं, ओर जिन्हे आप व्यवसायिक तौर पर लगा सकते हैं, वें तीन किस्मे इस प्रकार हैं –
- Bambusa Balcona
- Bambusa Bambos
- Bambusa Tulda
बम्बूसा तुलदा कम और ज्यादा दोनों तरह के तापमान को सहन कर सकती है, इसका उपयोग अगरबत्ती बनाने में, पेपर बनाने में, और किचन के समान बनाने में किया जाता है।
बम्बूसा बालकोवा का उपयोग कंस्ट्रक्शन के काम में, ब्रिज बनाने में, और बोट बनाने में किया जाता है। अभी मार्केट में सबसे ज्यादा डिमांड बंबूसा बालकोवा जिसे भीमा बालोकावा भी कहते हैं। और इसके बाद सबसे ज्यादा डिमांड बम्बूसा तूलदा की है। तो आप इनमे से दो किस्म में से एक किस्म का चुनाव कर सकते हैं। उचित किस्म के चुनाव के बाद में आते हैँ हम दूसरे पॉइंट यानी लागत पर।
एक एकड़ बांस की की खेती में कितनी लागत आती है?

अगर आप बांस के पौधों का पौधारोपण 15 बाई 10 फीट का ग्राफ लेकर करते हैं यानी एक लाइन से दूसरे लाइन के बीच की दूरी 15 फिट और एक पौधे से दूसरे पौधे की दुरी 10 फिट रखे। तथा बांस के एक पौधे का मूल्य सरकारी नर्सरी में हमे 20 रुपया से लेकर 50 रुपया के बिच में मिलता है।
इसलिए हम दोनों के बिच का एवरेज 30 रुपया ले लेते हैं। तो फिर इस हिसाब से एक एकड़ में तकरीबन 300 पौधे लगेंगे जिसमे एक एकड़ के जमींन पर बांस की खेती में पौधा रोपण का खर्च आएगा 9000 रूपये। अगर आप बांस का पौधो का ट्रांसप्लांटेशन 15 बाई 15 फिट की दुरी पर करते हैं, तो एक एकड़ में 200 पौधे लगेंगे। और आपका पौधा रोपण का खर्च आएगा 6,000 रूपये।
इसके अलावा खेत की तैयारी में खर्च आएगा 4,000 रूपये। तथा पौधा रोपण का खर्च आएगा 3000 रूपये। व् जैविक खाद का हमारा पहला साल की लागत आएगी 7000 रूपये। प्रति पौधा 5 से 10 किलो के आस – पास में आपको जैविक खाद लगेंगे।
पौधे के अच्छे विकास के लिए और अच्छे उत्पाद के लिए हमारे पहले साल उवर्रक की लागत आएगी 15,000 से 20,000 रूपये। हम इसे 20,000 रूपये ले लेते हैं। उवर्रक में आने वाला हमारा खर्च पूरी तरह से निर्भर करता है की आपकी मिटटी की उपजाऊ छमता कितनी है।
अगर आपकी मिटटी की उपजाऊ छमता अच्छी है तो आपका उवर्रक में आने वाला खर्च कम आएगा, और अगर मिटटी की उपजाऊ छमता कम है तो आपका उवर्रक का आने वाला खर्च 15000 रूपये से लेकर 20000 रूपये के बिच में प्रति साल आयेगा।
ड्रिप इरीगेशन सिस्टम में हमारी लागत आएगी 35000 रूपये इन सब खर्च को जोड़कर पहले साल 1 एकड़ बांस की खेती की हमारी लागत आएगी 78,000 रूपये। दूसरे साल हमारी सिर्फ खाद्य उवर्रक की लागत आएगी जो की आएगी 20,000 रूपये, तीसरे साल भी हमारी लागत 20,000 रूपये खाद व् उवर्रक की, चौथे साल भी हमारा खर्च खाद व् उवर्रक की ही 20,000 रूपये आएगी।
इस तरह से पहले साल से चौथे साल से एक एकड़ बांस की खेती की हमारी टोटल लागत आएगी 1,38,000 रूपये। चौथे साल के बाद बांस की फसल में आपकी लागत और भी कम आएगी और हमने इसमें सरकार की तरफ से जो सब्सिडी मिलती है उसको नहीं जोड़ा है और निराई और गुड़ाई की लागत को भी इसमें नहीं जोड़ा है। किस्म लागत के बाद आते है हम अपने तीसरे पॉइंट उत्पादन पर।
एक एकड़ बांस की खेती से कितना उत्पादन होता है?
बांस के पौधे से 4 साल के बाद में उत्पादन मिलना शुरू होता है, वह चौथे साल एक बांस के पौधे से पांच से आठ कलम के बिच में मिलती है, हम मिनिमम 5 कलम लेते हैं, हमने 300 पौधे का प्लांटेशन किया था, अगर इसमें हमारे 250 पौधे भी स्वस्थ रहते हैं और हमे सिर्फ 250 पौधे से उत्पादन मिलता है तो चौथे साल हमे के एकड़ बांस की खेती से 1250 कलम मिलेगी।
पाँचमे साल एक बांस के पौधे से आपको 7 से 9 कलम मिलेगी। हम कम से कम 7 कलम लेते हैं, तो पाँचमे साल हमारा एक एकड़ बांस की खेती से उत्पादन हुआ 1750 कलम। छठे साल हमे एक बांस के पौधे से मिनिमम 8 और मैक्सिमम 12 कलम के आस पास मिलती है पर हम मिनिमम 8 कलम लेते हैं।
इस तरह छठे साल हमारा एक एकड़ बांस की खेती से उत्पादन हुआ 200 कलम। इस तरह जैसे – जैसे आपके बांस की पौधे की उम्र होगी वैसे – वैसे आपको बांस की फसल से मिलने वाला उत्पादन ज्यादा मिलेगा और आप एक बांस के पौधे से 40 से 50 साल तक उताप्दन ले सकते हैं। और आपको बिच में बांस की फसल से सबसे अच्छा उत्पादन देखने को मिलेगा।
लेकिन बांस की फसल से मिलने वाला उत्पादन हर किसान भाई का अलग – अलग होगा। क्युकी जब दो बांस के पौधे से हमे एक जैसा उत्पादन नहीं मिल सकता है तो फिर दो किसान भाईओं का उत्पादन एक जैसा होना सम्भव नहीं है। पर हमने आपको समझाने के लिए चौथे साल बांस की फसल से उत्पादन लिया था 1250 कलम, पाँचमे साल हमने बांस की फसल से उत्पति लिया था 1,750 कलम, और छठे साल हमने बांस की पौधे उत्पति लिया था 2,000 कलम। किस्म, लागत, उत्पादन के बाद आते हैं हमारे चौथे पॉइंट आमदनी के ऊपर।
एक एकड़ बांस खेती से कितनी आमदनी होती है?
बांस की फसल से हमे चार सालो के बाद हमे आमदनी देखने को मिलती है, तब तक हमारी सिर्फ बांस की खेती में लागत ही आती है, हाँ इस बिच आप खाली पड़ी जगह पर आप संहचर फैसले बो कर आमदनी कर सकते हैं, इस तरह से आपका पैसे का रोटेशन होता रहेगा और उस बिच में जो आपको आमदनी मिलती है, उसे आप बांस की फसल में लगा सकते हैं।
बांस की एक कलम मार्केट में थोक में 30 रूपये से लेकर 60 रूपये के बिच में बिकती है, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है की आपकी बांस कि साइज कितनी है, आपने बांस की कौन सी किस्म का चुनाव किया है, और आपकी बांस की उचाई कितनी है, इसलिए हम इन दोनों का एवरेज 45 रूपये रखते हैं।
तो फिर इस हिसाब से हमारा उत्पादन हुआ था 1,250 कलम और हमने एक कलम का मूल्य लिया था 45 रूपये इस तरह चौथे साल आमदनी हुई 56,250 रूपये। यानी की चौथे साल हमारी एक एकड़ बांस की खेती से हमारी आमदनी हुई 56,250 रूपये। पाँचमे साल हमारा उत्पादन होता था 1750 कलम और एक कमल का हमने मूल्य रखा था 45 रूपये तो फिर इस तरह पाँचमे साल हमारी आमदनी हुई 78,750 रूपये।
यानी की पाँचमे साल हमारी एक एकड़ बांस की खेती से हमारी आमदनी हुई 78,750 रूपये। छठे साल हमारा उत्पादन हुआ था 2000 कलम और एक कलम का मूल्य हमने 45 रूपये लिया है। इस तरह छठे साल एक एकड़ बांस की खेती से हमे हमारी आमदनी हुई 90,000 रूपये।
बांस की फसल में हमे सबसे अच्छा उत्पादन हमे सातमे साल से मिलना शुरू होता है। और सातमे साल हमे बांस की फसल से ढेड़ साल से लेकर 2 लाख रूपये की आमदनी कर सकते हैं। जैसे – जैसे साल डर साल आपको बांस की फसल से मिलने वाला उत्पादन बढ़ेगा, वैसे – वैसे आपके बांस के फसल से मिलने वाली आमदनी भी बढ़ेगी। और आप एक एकड़ बांस की खेती से 2 लाख रूपये प्रति साल आसानी से कमा सकते हैं।
आइये अब हम आते हैं हम अपने लास्ट पॉइंट प्रॉफिट के ऊपर। प्रॉफिट निकलने के लिए हम सिंपल कुल आमदनी में से लागत को घटा देंगे। तो जो आकड़ा हमे मिलेगा यह हमारा प्रॉफिट रहेगा। पर हमे चौथे साल बांस की फसल से आमदनी हुई थी 56,250 रूपये और चार सालों तक हमारी लागत आयी थी 1 लाख 38 हजार रूपये।
इस तरह चौथे साल हमारा घाटा हुआ 81,750 रुपया। फिर पाँचमा साल हमारी एक एकड़ बांस की खेती से हमारी आमदनी हुई थी, 78,750 रूपये। और पाँचमे साल हमारी लगत आयी थी 20,000 रूपये। इस तरह पांचमा साल हमारा प्रॉफिट रहा 58,750 रुपया।
छठे साल हमारी बांस की फसल से हमारी आमदनी हुई थी 90,000 रूपये और हमारी लगत आयी थी 20,000 रूपये। इस तरह छठे साल हमारा प्रॉफिट रहा 70,000 रुपया। जैसा की आप देख सकते हैं की हमारा हर साल बांस की फसल से मिलने वाला प्रॉफिट बढ़ रहा है। और सातमे साल आप एक एकड़ बांस की खेती से एक से ढेड़ लाख का प्रोफीट असानी से कमा सकते हैं।
दोस्तों आइये अब हम जानते हैं की बांस की फसल से मिलने वाली उत्पादन को कहाँ पर बेच सकते हैं।

कई कम्पनिया हो जो आप से बांस की कलम को खरीद सकते हैं उन्हें में से एक कंपनी ARTISON AGROTECH है जो की मध्य प्रदेश के देवास शहर में स्थित है। आप इस कंपनी से कांटेक्ट कर के बांस की फसल से मिलने वाली उत्पादन को बेच सकते हैं।
इस कंपनी की डिटेल और फेसबुक पेज की लिंक में आपको डिस्क्रिप्शन में डाल दे रहा हूँ। साथ ही मैं इस कंपनी का नंबर भी निचे दे रहा हूँ। तो आप इस कंपनी को कॉल कर के आप इनसे बात कर सकते हैं, यह आपके बांस कैसे खरीदेंगे।
दोस्तों आइये अब हम जानते हैं की हम सरकार से बांस की खेती के लिए सब्सिडी कैसे ले सकते हैं। भारत में अभी टोटल 23 राज्य आते हैं। तो इन 23 राज्य के किसान भाई गवर्नमेंट की तरफ से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इस मिशन के तहत आप सरकारी नर्सरी में जाकर बांस के पौधे ले सकते हैं। आप अपने एरिया के किसी भी कृषि अनुसंधान केंद्र में जाकर इस बारे में बात – चित कर सकते है।
दोस्तों अगर आपके पास कृषि सम्बंधित या बांस की खेती से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेंट कर के जरूर बताये। हम हर कमेंट का जवाब देते हैं। साथ ही अगर आप बांस की खेती करते हैं तो आप अपना अनुभव हमारे साथ शेयर जरूर करे। हमारा यह लेख पढ़ने के लिए आपका बहुत – बहुत धन्यवाद दोस्तों।