
प्रकृति ने हमें बिना किसी भेदभाव के सब कुछ दिया है। जैसे ताजी हवा, पानी, उपजाऊ मिट्टी और सूर्य का प्रकाश। हम मनुष्य ही प्रकृति के द्वारा दिए गए इन अमूल्य उपहारों को समझ नहीं पाए। पर अब समय के साथ मनुष्य प्रकृति के साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रहा है, जिससे सूर्य के प्रकाश से आज हम सोलर पेनल सिस्टम की मदद से घर बैठे इलेक्ट्रिसिटी बना सकते हैं। हमें बड़े बड़े टर्बाइन बांध, कोयला इनकी जरूरत नहीं है।
सोलर पैनल से क्या फायदे होते हैं?
हम अपने जरूरत की इलेक्ट्रिसिटी घर पर सोलर पेनल सिस्टम की सहायता से तैयार कर सकते हैं, जिससे हम टीवी, फ्रीज, एसी, कूलर, बल्ब और तो और किसान भाई खेतों में सिंचाई भी कर सकता है। सोलर पेनल सिस्टम किसान भाइयों के लिए किस तरह से उपयोगी है? सोलर पेनल सिस्टम लगाने में हमारी कितनी लागत आती है और यह किस तरह से काम करता है? यह सभी बातो को को इस लेख में जानेंगे।
सोलर पैनल किस तरह से काम करता है?
सोलर पेनल सिस्टम या 325 वाट से लेकर 375 वाट के आस पास आती है और एक हज़ार वाट मिलकर एक किलोवाट बनाता है। यह दो बातें आप याद रखना, जब हम सोलर पेनल सिस्टम की लागत निकालेंगे तब यह काम में आएगी की यह सोलर प्लेट सिलिकोन की बनी होती है। जब सूर्य का प्रकाश इन पत्तियों से टकराता है तो सूर्य के प्रकाश में मौजूद छोटे छोटे कण जिन्हें फोटॉन कहते हैं, उनके कारण पॉजिटिव इलेक्ट्रोड नेगेटिव की ओर तेजी से घूमने लगता है।
सोलर पैनल से खेत में क्या फायदे होते हैं?
जिस तरह से इलेक्ट्रिसिटी बनती है यह इलेक्ट्रिसिटी वायर के जरिए को इस कंट्रोल पैनल का कंट्रोल पेनल से जब हम मोटर को चालू करते या मोटर में जाती है और हमें हमारे वॉटर सोर्स से पानी देखने को मिलता है। इस तरह से हमें सोलर पेनल के माध्यम से इलेक्ट्रिसिटी मिलती है। आसान भाषा में बोले तो सूर्य का प्रकाश इन प्लेट्स पर आता है। इन प्लेट्स से इलेक्ट्रिसिटी बनती है। यह इलेक्ट्रिसिटी वायर से कंट्रोल पैनल में आ जाती है और कंट्रोल पैनल से पंप में और पंप से हमें पानी देखने को मिलता है।
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